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इस अध्याय में हम बात करेंगे अलाउद्दीन ख़िलजी के साम्राज्य विस्तार पर और देखेंगे की इसने किस प्रकार मंगोलों के आक्रमण से बचने के लिए एक नई राजधानी बनाई और दक्षिण के राजाओं के साथ मधुर संबंध बनाए ताकि उसके साम्राज्यवादी हितों की पूर्ति हो सके।
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दिल्ली सल्तनत के संस्थापक: कुतुबुद्दीन ऐबक व इल्तुतमिश
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कोर्स की रूपरेखा और कुतुबुद्दीन ऐबक
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खिलजी वंश और अलाउद्दीन ख़िलजी का राजत्व सिद्धांत
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इल्तुतमिश व रजिया सुल्ताना
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अलाउद्दीन ख़िलजी का साम्राज्य विस्तार
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अलाउद्दीन ख़िलजी के प्रशासनिक व सैन्य सुधार
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खिलजी वंश का पतन और तुगलक वंश का उदय
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अलाउद्दीन के आर्थिक सुधार भाग १
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अलाउद्दीन के आर्थिक सुधार भाग २
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फिरोज शाह तुगलक भाग १
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मुहम्मद बिन तुगलक भाग १
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मुहम्मद बिन तुगलक भाग २
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मुहम्मद बिन तुगलक भाग ३
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फिरोजशाह तुगलक भाग २
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सिकंदर लोदी व इब्राहिम लोदी
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सैयद वंश व बहलोल लोदी
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दिल्ली सल्तनत का प्रशासन, उत्तराधिकार व राजत्व सिद्धांत
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