Lesson 3 of 6 • 3 upvotes • 9:15mins
इस अध्याय मे सुरभि जैन के द्वारा वैदिक साहित्य के बारे मे बताया है। आश्रम व्यवस्था -- ब्रह्मचर्य ---- मे बौधायन सूत्र ग्रहस्थ ----- मे त्रि ऋण पंच महायज्ञ त्रि वर्ग वानप्रस्थ सन्यास इन सभी का विस्तार से वर्णन किया है।
6 lessons • 53m